Monday, June 27, 2011

Dreams


rrp

 

चेहरा तो देखा होगा अब पढ लो दिल की बात..

जुबाँ समझने से पहले सुन लो मेरी खामोशियाँ..

मेरी पहचान की खातिर जान लो मेरे ख्वाब भी!

 

rrp

 

अपने को नींद के हवाले कर देना..

- यह इक रास्ता है गमों से छूट ने का!

ऐ ख्वाब की दुनिया, मै आ रहा हूँ!

 

rrp

 

चैन की नींद हो ख्वाबों के साथ साथ..

-यहीं सपना लिये जागे है रह रात!

काश, नींद की तरह ख्वाबों की भी गोलियां होती

 

rrp

 

मत पूछ की कल रात मै ने क्या क्या ख्वाब देखे

- हो सके तो दुवा करो की ख्वाब सच में उतरें

इतनी दुवा दे ही दो - ख्वाबोंबिना कोई रात नींद न हो

 

rrp

 

शाम की चौखट पे रात खडी है

रात के पहलू में नींद की घडी है

नींद में सपने, चौखट से बाहर के!

 

rrp

 

दिन ढला.. शाम गयी.. रात आयी..

नींद आयी, सपनों की बारात लायी!

(नींद से जगावो पर ख्वाबों से नहीं!)

 

rrp

 

उस के ख्वाबों का सिलसिला खत्म हुवा

- अब हम को बिस्तर से निकल जाना चाहिये!

आऊंगा, रात वापस यहीं लौटकर आऊंगा!!

 

rrp

 

बीती बातें, गुजरी रातें भूल जाये तो बेहतर

उम्मीदें जगायें, सुनहरे ख्वाब सजायें तो बेहतर

(पर क्या हो पायेगा इस से आज का जीना बेहतर?)

 

rrp

 

याद नहीं उस का नाम, सूरत..

-ख्वाब में मिली थी वोह मुझ से

ख्वाब तो हमेशा धुंधले ही होते हैं

 

rrp

 

ऑंखों में नींद.. नींदों में ख्वाब.. ख्वाबों में वह..

उसी पे दिल..दिल में प्यार.. प्यार में उम्मीदें..

मगर इन उम्मीदों पे यकीं कभी तो आयें!

 

rrp

 

-  संदीप  मसहूर

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